वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
लखनऊ- अगर आप वेटिंग टिकट पर ट्रेन में यात्रा करते हैं तो इस आदत को बदल लीजिए। एक मई से आपकी यह आदत महंगी पड़ सकती है। वेटिंग टिकट पर स्लीपर या फिर एसी कोच में यात्रा करने पर जुर्माना लग सकता है। वेटिंग टिकट से सिर्फ साधारण कोच में यात्रा की जा सकती है। वेटिंग टिकट पर यात्रा करने वाले यात्री को बेटिकट मानते हुए जुर्माना लगेगा।
वहीं, अब 120 दिन के बदले 60 दिन पूर्व टिकट की बुकिंग होगी। ट्रेनों में हर दिन बड़ी संख्या में यात्री वेटिंग टिकट से यात्रा करते हैं। सीट को लेकर अक्सर यात्रियों में विवाद भी हो जाता है। इसे देखते हुए भारतीय रेलवे ने एक मई से नियमों में बदलाव किया है। अब कन्फर्म टिकट होने पर ही स्लीपर या फिर एसी कोच में यात्रा कर सकेंगे।
अगर वेटिंग टिकट है तो यात्रा की अनुमति नहीं होगी। अगर इसके बाद भी कोई यात्री सफर करता है तो उसे बेटिकट मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, वेटिंग टिकट से साधारण कोच में सफर कर सकते हैं। अलग से टिकट लेने की जरूरत नहीं होगी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया, अभी तक एडवांस टिकट 120 दिन पूर्व बुक करवाई जा सकती थी लेकिन अब यह 60 दिन पूर्व ही हो सकेगी।
एटीएम से रुपये की निकासी हो जाएगी महंगी-
आज से ग्राहक अपने होम बैंक के एटीएम के बदले दूसरे बैंक के एटीएम से रुपये की निकासी करते हैं तो अतिरिक्त शुल्क लगेगा। मेट्रो शहरों में तीन लेनदेन फ्री हैं। इसके बाद दूसरे बैंक के एटीएम से धनराशि की निकासी पर 17 रुपये प्रति लेनदेन का शुल्क लगता था। अब यह बढ़कर 19 रुपये हो गया है।
इसी तरह से दूसरे बैंक के एटीएम से बैलेंस चेक करने पर अब छह के बदले सात रुपये लगेंगे। एचडीएफसी बैंक के एक अधिकारी ने बताया, मुफ्त लेनदेन शुल्क 21 रुपये से बढ़ाकर 23 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह से पीएनबी, इंडसइंड बैंक एटीएम से कैश निकासी पर 23 रुपये का शुल्क अदा करना होगा।
आज से ये भी होंगे बदलाव-
माह की पहली तिथि को गैस सिलिंडर की कीमत में बदलाव होता है। मार्च में 19 किग्रा वाले सिलिंडर की कीमत में कमी हुई थी। 14 किग्रा के सिलिंडर में 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। l एफडी और सेविंग बैंक खाता की ब्याज दरों में बदलाव होगा। आरबीआइ ने दो बार रेपो रेट में कमी की है।
इससे अधिकांश बैंक एफडी और सेविंग खाता में ब्याज दरों में कमी कर रही हैं। l बैंकिंग सेवाओं को बेहतर करने के लिए ठोस कदम उठाया जा रहा है। उप्र, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित 11 राज्यों में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का विलय किया जा रहा है। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को मिलाकर बड़ा बैंक बनेगा।